रविवार, 26 जुलाई 2009

 फेसबुक पर अंजाने लोगो से दोस्ती का सिलसिला जारी....संवाद फिर भी नही.आज जीवन संवाद हीन होता जा रहा है.

3 टिप्‍पणियां:

डॉ महेश सिन्हा ने कहा…

यही तो उस अनजाने शिल्पकार का कमाल है

"MIRACLE" ने कहा…

bilkul sahi likha aapne......

अबयज़ ख़ान ने कहा…

लेकिन इंसान आज भी पत्थर दिल हैं...