बुधवार, 10 अप्रैल 2019

11 अप्रैल 19 ..प्रथम चरण के चुनाव की शुरुआत है। मोदी को लेकर जनता आश्वस्त है कि 'आयेगा तो मोदी ही'... यह आश्वस्ति एक तरह की अपेक्षा है...कुछ बेहतर होने की अपेक्षा... मोदी सरकार ने पिछले 5 सालों में ऐसा कुछ नहीं किया जो जनता को प्रत्यक्ष लाभ के रूप में दिखाई दे। पर ऐसा भी नहीं है कि योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं दिख रहा हो। सड़कें हों या रेलवे स्टेशन... काम दिख रहा है। 72000 के बजाय लोग मोदी के काम पर ज्यादा भरोसा जता रहे। 'मोदी है तो मुमकिन है'...इस तरह के गढ़े गए नारे.. उस भरोसे को और मजबूत करते हैं। इमरान खान ने मोदी के जीतने वाली बात कहकर मोदी को नुकसान पहुँचाने का काम किया है। देश को अस्थिर सरकार नहीं चाहिए। देश को अपने हित साधने वाली सरकार नहीं चाहिए। देश को गठबन्धन की सरकार नहीं चाहिए। .....जनता ने पिछली बार एक मजबूत सरकार को चुना और उसका प्रभाव भी देखा...इस बार भी वोट जनता उचित का निर्णय कर ही करेगी।
                              उम्मीद है भारत का भविष्य उज्जवल होगा। उम्मीद है...जनता सही फैसला करेगी।