बुधवार, 2 सितंबर 2015

सूरज हर क्षण                        
तय करता है                            
अपना बढ़ना और घटना          
   साथ ही                               
तय करता है  ..               
 असंख्य लोगों की        जीवनचर्या                             न जाने कितने इतिहास और भूगोल                           धरती का एक चक्र                 
  दो क्षितिज                             
जीवन की तमाम सम्भावनाएँ       
रक्त में ऊर्जा प्रवाह  


                
पृथ्वी के दो धुरों पर रहते        

 लोगों का जीवन बोध                
 और चाँद का अस्तित्व  ..



सूरज अपने उगने और डूबने के बीच  

 बना देता है एक सेतु


जिससे गुजर जाती हैं जिंदगियाँ ..अपने-अपने रास्ते।



ब्रांडेड रे बैन का चश्मा पहनकर

कवि ...

सुन्दर, सुकूनदेह पहाड़ी पर

फोटो खिंचाता है..

फेसबुक पर अपना डेस्टिनेशन दर्शाता है ..


फैब इंडिया के लकदक कुर्ते में

हाशिये पर खड़े लोगों पर

कविता सुनाता है

और

अपनी लम्बी कार में बैठ

पांच सितारा होटल लौट जाता है .


कवि है ..

अपना कविता धर्म निभाता है

शातिर शब्दों का जाल फैलाता है

विचारधारा को जूते की नोंक से रगड़ता है

और आगे बढ़ जाता है ..