बीते दिनों परा लगातार बढ़ता रहा और जल की उपलब्धता कम होती गयी .न्यूज
चैनल में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भवन तक में पानी पहुचाते हुए दिखाया
गया . देश में साफ पानी की समस्या दिनों दिन गहराती जा रही है. कई
स्थानों में
लोग दूर-दराज से पानी लाकर जीवन बसर कर रहे हैं . जमीन में निरंतर पानी
का स्तर घट रहा है साथ ही जो उपलब्ध है वो भी प्रदूषण के कारण पीने योग्य
नहीं रह गया है. देश की राजधानी दिल्ली से लेकर गाँव तक में स्वच्छ पानी
मिलना मुश्किल है . कल कारखानों के कारण भूगर्भ जल दूषित हो रहा है . इस
कारण लगभग हर घर
में पानी साफ करने की मशीन ने अपना स्थान बना लिया है . आर ओ से पानी
साफ करने में जितना पानी हमें पीने योग्य मिलता है लगभग उतना ही पानी
बेकार हो कर नाली में बह जाता है . ऐसे में सवाल यह उठता है कि सरकार इस
तरह की मशीनों पर पाबन्दी क्यों नहीं लगाती . एक तरफ पानी को लेकर हाहाकार
मचा होता है और दूसरी तरफ हम अपने पीने के पानी स्वच्छ करने में लाखों
लोगों का हक मार रहे होते हैं . स्वच्छ जल हर मनुष्य का अधिकार है लेकिन
वो दूसरों के अधिकार कि शर्त पर न हो .सरकार को
चाहिए कि वह जल शोधन के नए तरीके इजाद करे . जिससे पानी कि बर्बादी कम हो
और सभी को सामान रूप से पीने योग्य पानी उपलब्ध हो .
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