शुक्रवार, 4 सितंबर 2009

आतंकवाद

आतंकवाद के विरूद्ध
क्या किया हमने ?
हर हमले के बाद ...
कुछ मोमबत्तिया जलाई
चंद फूल चढाये/मृतकों की याद में
मिनट दो मिनट मौन रखा
मानव श्रंखला बनाई
सब किया
पर सबक नही लिया ...

6 टिप्‍पणियां:

डॉ महेश सिन्हा ने कहा…

और क्या कर सकते हैं देश के कर्णधार

अपूर्व ने कहा…

आज अगर हम खुद चौकन्ने हो गये तो कल को दूसरों को दोष कैसे दे पायेंगे..अपनी बदहाली का..सरकार है ना चौकन्नी होने के लिये..
..सटीक बात कही आपने.

"MIRACLE" ने कहा…

हमले होते रहेंगे और ऐसे ही फूल-मोमबतियां जलती रहेंगी इनके साथ न जाने कितने परिवारों के आंसू बहते रहेंगे......

shankhdhar dubey ने कहा…

badhai ho kshama aapne to hame bataya v nahi aap itna srijnatmak kam kar rahi hai

shankhdhar dubey ने कहा…

kaya chal raha hai dear aap ke blogs ka badi siddat se intzar karta hu..darasal ye blog mujhe aapki aapki bacharik uthal puthal ko samjhne me sahayak hote hai..
plz keep it up

Solution Guru ने कहा…
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